डोना पौला : गोवा के राज्यपाल श्री पी एस श्रीधरन पिल्लई के सचिव एम.आर.एम. राव, आईएएस ने राजभवन में राजयपाल द्वारा विभिन्न परियोजनाओं की गई पहलों के साथ-साथ भविष्य की परियोजनाओं और अन्य की जाने वाली पहलों के बारे में मीडिया को जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि “राज्यपाल श्री पी एस श्रीधरन पिल्लई ने गोवा के गांव- गांव जाकर भ्रमण किया और लोगों की मदद की।” उन्होंने ये भी बताया कि राज्यपाल प्रकृति प्रेमी है और गोवा के कई प्राचीन पेड़ो पर जानकारी संकलित कर किताब लिखी है। राज्यपाल श्री पी एस श्रीधरन पिल्लई अबतक दो सौ किताबे लिख चुके है। यही नहीं , उन्होंने ‘नयी पहल ‘ के नाम से कई नए लेखकों की किताबे प्रकाशित करने का भी ज़िम्मा लिया और बाकायदा उन्हें प्रकाशित भी करवाया – सचिव एम.आर.एम. राव ने जानकारी दी।
26 जनवरी 2024 राजभवन आम लोगो के लिए खुला होगा और लोग राजभवन का भ्रमण कर सकेंगे – यह भी जानकारी उन्होंने दी।
गोवा के राज्यपाल श्री पी.एस. श्रीधरन पिल्लई का जन्म सुकुमारन नायर और भवानी अम्मा के घर केरल के अलाप्पुझा जिले की वेनमनी पंचायत में हुआ था। श्रीधरन पिल्लई एक सफल वकील, पूर्व राजनीतिज्ञ, उत्कृष्ट आयोजक, वक्ता, विपुल लेखक, परोपकारी और विचारक हैं।
श्री पिल्लई ने पंडालम एनएसएस कॉलेज से कला में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। वह कॉलेज यूनियन के निर्वाचित पदाधिकारी थे। बाद में, उन्होंने कालीकट लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री हासिल की और वर्ष 1978 में पाठ्यक्रम पूरा किया। लॉ कॉलेज में अपने कार्यकाल के दौरान, श्री पिल्लई अपने कार्यकाल की कॉलेज पत्रिका के संपादक थे, जिसने आपातकाल और आपातकाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। उस समय इंदिरा गांधी सरकार काफी चर्चा में थी। उन्हें कालीकट विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य चुने जाने के अलावा लॉ कॉलेज यूनियन के उपाध्यक्ष के रूप में भी चुना गया था।
15 जुलाई, 2021 को श्री पी.एस. श्रीधरन पिल्लई ने गोवा राज्य के 22वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली और गोवा में उन्होंने कई लोक कल्याणकारी कार्यों में बढ़ – चढ़ कर कार्य किये।
सचिव एम.आर.एम. राव ने संवादाताओं को यह भी बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय से भी लोक कल्याण के लिए राजभवन को आर्थिक अनुदान मिलता रहता है।
Author: Goa Samachar
GOA SAMACHAR (Newspaper in Rajbhasha ) is completely run by a team of woman and exemplifies Atamanirbhar Bharat, Swayampurna Goa and women-led development.