सिल्वर सर्फर्स फेस्ट 2025

बांबोलीम : इस हफ्ते गोवा ने एक अनोखी और ऐतिहासिक पहल की मेज़बानी की हुई और वो है ‘सिल्वर सर्फर्स फेस्ट 2025 ‘। यह तीन दिवसीय आयोजन देश का पहला ऐसा उत्सव है, जो 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की रचनात्मकता, साहस और समुदाय-भावना को समर्पित है। सिल्वर सर्फर्स क्लब द्वारा आयोजित यह उत्सव म्यूज़ियम ऑफ गोवा में हो रहा है और इसका उद्देश्य उम्र को सीमित नहीं, बल्कि नई शुरुआत का प्रतीक बनाना है।
आयोजकों के अनुसार, 22 से 24 जुलाई के बीच 1000 से अधिक प्रतिभागी शामिल होंगे — जिनमें वरिष्ठ उद्यमी, कलाकार, शोधकर्ता और घुमक्कड़ बुजुर्ग शामिल हैं। क्लब की संस्थापक दीप्ति वर्मा नारायण कहती हैं, “अक्सर समाज यह मान लेता है कि 50 के बाद ज़िंदगी धीमी हो जाती है, लेकिन हमारे सदस्य रोज़ यह साबित करते हैं कि जुनून, उद्देश्य और संभावनाएं उम्र की मोहताज नहीं होतीं।”
2014 में एक छोटे से सिल्वर बाज़ार के रूप में शुरू हुई यह यात्रा आज एक राष्ट्रीय आंदोलन बन चुकी है। प्रारंभ में यह पहल सेवानिवृत्त वरिष्ठ नागरिकों को हस्तनिर्मित वस्तुएं बेचने का मंच देने तक सीमित थी, लेकिन आज इसका दायरा अमेरिका, कनाडा और जापान तक फैला हुआ है। एक छोटे मेले से राष्ट्रीय आंदोलन तक पहुंचना है मकसद।
“हमारा पहला बाज़ार बड़े ही सीमित संसाधनों में हुआ था,” दीप्ति याद करती हैं। “आज हम अंटार्कटिका से लेकर मोरक्को तक यात्राएं आयोजित करते हैं, ब्लॉकचेन तकनीक पर कार्यशालाएं देते हैं और अंतरराष्ट्रीय कला प्रदर्शनियों में भाग लेते हैं। लेकिन इस सबके मूल में हमेशा से रहा है — समुदाय।”
मंच पर सिल्वर सर्फर्स की चमक
फेस्ट के प्रमुख आकर्षणों में शामिल हैं:
सिल्वर बाज़ार: 75 वर्षीय शोभा नारायण द्वारा बनाए गए ‘नानीज़’ ब्रांड के स्वादिष्ट अचार व चटनी, पर्यावरण-अनुकूल जूट बैग्स, विंटेज कलेक्शन और 70 वर्ष से अधिक उम्र के कलाकारों की अनोखी कलाकृतियाँ।
प्रेरणादायक सत्र: जैसे कि डॉ. शकुंतला राव, जिन्होंने 60 की उम्र में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में पीएचडी प्राप्त की। वरिष्ठ लेखकों, कलाकारों और सोशल मीडिया पर प्रभावशाली हस्तियों की नई शुरुआत की कहानियाँ।
हाथों से सीखने की कार्यशालाएँ: नृत्य, कविता, मिट्टी शिल्प और डिजिटल कला में प्रशिक्षण — हर उम्र के लिए।
सांझ की संगीत और नृत्य संध्या: खुले आसमान के नीचे मस्ती, संगीत और एक-दूसरे के साथ जुड़ाव — जहां उम्र कोई मापदंड नहीं।
म्यूज़ियम ऑफ गोवा की निदेशक अंजलि मेनन कहती हैं, “यह उत्सव हमारे संस्थान के सांस्कृतिक मूल्यों से पूरी तरह मेल खाता है। वरिष्ठ नागरिकों के अनुभव और रचनात्मकता को मंच देना हमारे लिए गर्व की बात है।”
यह केवल उत्सव नहीं, एक आंदोलन है। सिल्वर सर्फर्स क्लब का उद्देश्य केवल एक आयोजन करना नहीं, बल्कि समाज में उम्र के प्रति दृष्टिकोण को बदलना है। यह अकेलेपन से लड़ने, नई दोस्तियाँ बनाने और नीति-निर्माताओं को उम्र-समावेशी समाज के निर्माण के लिए प्रेरित करने का माध्यम है।
हाल ही में ट्रैवल ट्रेड जर्नल ने क्लब की यात्रा संबंधी पहल को भारत में वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष अनुभव आधारित यात्राओं के लिए एक अग्रणी उदाहरण बताया है।
“हमारे कई सदस्य 65 की उम्र में पहला पासपोर्ट बनवाते हैं — या 70 की उम्र में पहली मैराथन दौड़ते हैं,” दीप्ति कहती हैं। “हर बार जब कोई सीनियर नई शुरुआत करता है, वह किसी और को भी यह विश्वास दिलाता है कि कभी भी देर नहीं होती।”
जैसे-जैसे उत्सव का पहला दिन ढलता है, लाइव जैज़ संगीत और बिंगो की आवाज़ें माहौल को जीवंत बना रही हैं। स्टॉल्स पर रंग-बिरंगी रचनात्मकता बिखरी हुई है।
सिल्वर सर्फर्स फेस्ट इस विचार को जीवंत करता है कि उम्र बढ़ने का मतलब रुकना नहीं, बल्कि जीवन की नई किताब का पहला पन्ना पलटना है।

https://www.arcamax.com/currentnews/newsheadlines/s-3785383
Author: Goa Samachar
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